उनकी मोहब्बत में दिल मजबूर हो चुका है जबसे उनको यह बात मालूम हुआ कि अपनी जान से भी ज्यादा उनसे प्यार करते हैं गुरूर हो चुका है मुझे सताने में कोई कसर बाकी नहीं रखते हैं क्या बताएं आजकल अपने दिल से हम खुद ही डरते हैं
बेवफा से टूटे दिल की फरियाद करने से कोई फायदा नहीं है उसके दिए जख्मों को साथ लेकर जीने से कोई फायदा नहीं है सच कह रहा हूं खुद को समझाया बहुत हूं मगर रूह दिल ने कहा यह कोई फायदा नहीं है टूटे दिल के दर्द को बर्दाश्त करने की कोशिश कर रहा हूं आखिर क्या कमी रह गई मेरे मोहब्बत में अपनी कमियों का हिसाब कर रहा हूं मगर हर बार एक ही उत्तर मिला है मैं बेकसूर साजिशों का शिकार हो गया हूं