Love story shayari in Hindi, shayari Sangrah
तुम्हारी नशीली आंखों में डूबकर इश्क ए जन्नत देख पाया हूं ख्वाहिशों की दहलीज पर मोहब्बत का गुल खिलने लगा है जिस प्यार तमन्ना में भटकता रहा हूं वह प्यार मिलने लगा है
कब तक नजरअंदाज करती रहोगी जो दिल में मोहब्बत है दबाकर रखना छोड़ दो जिंदगी की हर खुशी मिल जाएगी अपनी चाहतों को खुला छोड़ दो
तुम्हारी खूबसूरत नशीली आंखों ने इश्क का जाम पिलाया है हर पल ख्वाबों खयालों में जिए जा रहा हूं जो दिल की बातें अभी अधूरी है कहने को बेकरार हुए जा रहा हूं